अन्ना की हुंकार से डर गयी है सरकार,
ज़नता का जन-लोकपाल ही इसका अब उपचार |
कल तक जो बाग़ी विकट दिखते थे खूंख्वार,
आज सभी वो दिख रहे दुबकी* पूंछ सियार ||
हम सबने अब तक सहा दिन-दिन भ्रष्टाचार,
इस पापी सरकार का निर्मम अत्याचार |
मग़र आज सब ज़न खड़े लिए साथ हथियार,
बापू ने जो दिए थे सत्य, अहिंसा, प्यार ||
क्षेत्र, जाति और धर्म का चोला दिया उतार,
हर भारत-वासी खड़ा सबकी एक पुकार |
भ्रष्टाचारी अब हटें ख़त्म हो भ्रष्टाचार,
भारत-माँ को छल रहे भागें वो गद्दार ||
दिग्गी की घिग्गी बंधी गया कपिल भी हार,
मनमोहन जी सोचते कहाँ फंस गया यार |
गए तिवारी जी दुबक बंद किये मुख द्वार,
अन्ना के रण का बिगुल दिन-दिन भरे उछार ||
बालक, बूढ़े और सब माँ-बहनों का प्यार,
आन्दोलन में बढ़ रही ज्वानों की यलगार** |
ज़न-लोकपाल लाए बिना मानेंगे ना हार,
आज़ादी के समर में जान भी देंगे वार ||
*छुपी हुयी **आवाज़
ज़नता का जन-लोकपाल ही इसका अब उपचार |
कल तक जो बाग़ी विकट दिखते थे खूंख्वार,
आज सभी वो दिख रहे दुबकी* पूंछ सियार ||
हम सबने अब तक सहा दिन-दिन भ्रष्टाचार,
इस पापी सरकार का निर्मम अत्याचार |
मग़र आज सब ज़न खड़े लिए साथ हथियार,
बापू ने जो दिए थे सत्य, अहिंसा, प्यार ||
क्षेत्र, जाति और धर्म का चोला दिया उतार,
हर भारत-वासी खड़ा सबकी एक पुकार |
भ्रष्टाचारी अब हटें ख़त्म हो भ्रष्टाचार,
भारत-माँ को छल रहे भागें वो गद्दार ||
दिग्गी की घिग्गी बंधी गया कपिल भी हार,
मनमोहन जी सोचते कहाँ फंस गया यार |
गए तिवारी जी दुबक बंद किये मुख द्वार,
अन्ना के रण का बिगुल दिन-दिन भरे उछार ||
बालक, बूढ़े और सब माँ-बहनों का प्यार,
आन्दोलन में बढ़ रही ज्वानों की यलगार** |
ज़न-लोकपाल लाए बिना मानेंगे ना हार,
आज़ादी के समर में जान भी देंगे वार ||
*छुपी हुयी **आवाज़
1 comment:
Very Niceeeeee Post our team Like this
Thanks
Team Loan NCR
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