सच कह दूँ तो जग रूँठे और झूँठ पचा नहीं पाओगे,
दुनिया को बद-रंग खेल से कैसे मुक्त कराओगे। दुनिया को बद-रंग.........................................
दुनिया को बद-रंग.........................................
दुनिया को बद-रंग.........................................
दुनिया को बद-रंग.........................................
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