Friday, January 11, 2013
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कोहरे के मौसम
कोहरे का मौसम आया है, हर तरफ अंधेरा छाया है। मेरे प्यारे साथी-2, हॉर्न बजा, यदि दिखे नहीं तो, धीरे जा।। कभी घना धुंध छा जाता है, कुछ भी तुझे...
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स्वर साम्राज्ञी अमर रहेंगी,सा त सुरों की सरगम में। वतन सदा नम-नयन रहेगा, वाणी के आवाहन में।। काया छोड़ गयीं वो बेशक, नश्वर-देह जमाने में, स्...
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कोहरे का मौसम आया है, हर तरफ अंधेरा छाया है। मेरे प्यारे साथी-2, हॉर्न बजा, यदि दिखे नहीं तो, धीरे जा।। कभी घना धुंध छा जाता है, कुछ भी तुझे...
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जिन्हें हम याद रखते हैं, हृदय के पाक बंधन से, वो अक्सर दूर रहकर भी, हमेशा पास होते हैं। तरसती आँख से ओझल हैं, यादों से रुलाते जो, प्रकट ...
1 comment:
कितनी विडम्बना है की कल्याण मोटरमैन लॉबी में आप से बात होते - होते रह गयी | लोग पहचान नहीं पाते है ब्लॉग या फेसबुक के सिवा |मकर संक्रांति की शुभकामनाये |
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