Wednesday, September 14, 2011

श्रमिक प्रशिक्षण केंद्र

यह श्रमिक प्रशिक्षण केंद्र यहाँ व्यक्तित्व संवारे जाते हैं |
यहाँ देश - धर्म - मानवता के सब पाठ पढाये जाते हैं ||
श्रमिकों की शिक्षा क्या है हम कैसे इसका उपयोग करें,
क्यों इसकी जरूरत पड़ती है कैसे हम इसको ग्रहण करें?
सब  प्रश्नों  के  उत्तर  सबको  बे-वाक्  बताये  जाते  हैं ||
यह श्रमिक प्रशिक्षण केंद्र....................................||1||
इस श्रमिक प्रशिक्षण का आशय श्रमिकों को सबल बनाना है,
सौहार्द - ऐकता - अखंडता का हर दिल में दीप ज़लाना है |
हर  देश-भक्त के दिल में यहाँ स्वाभिमान ज़गाये जाते हैं ||
यह श्रमिक प्रशिक्षण केंद्र .........................................||2||
श्रमिकों  को  निज  कर्तव्यों  से परिचित करवाया जाता है,
कैसे  उनका  निर्वहन  करें  यहाँ  खूब  सिखाया  जाता है |
अधिकार और दायित्व  सिखा श्रमवीर  बनाये  जाते हैं ||
यह श्रमिक प्रशिक्षण केंद्र .....................................||3||
हम  देश को आगे  बढ़ा सकें यह  ज़ज्वा ज़गाया  जाता है,
अपने  हक़  को  कैसे  पायें  यह  भी  सिखलाया ज़ाता है |
इसलिए  यहाँ  विद्वानों  के  व्याख्यान  कराये  जाते  हैं ||
यह श्रमिक प्रशिक्षण केंद्र ......................................||4||
यहाँ  साधारण  श्रमिकों  में  भी  नेतृत्व  ज़गाया जाता है,
एकीकृत  श्रमसंघों  को  और  मज़बूत  बनाया  जाता  है |
श्रमसंघों  से   इसलिए  यहाँ  श्रमवीर  बुलाये  जाते  हैं ||
यह श्रमिक प्रशिक्षण केंद्र .....................................||5||
श्रमवीरों  की  शिक्षा  का  काम  श्रमसंघों  से  करवाना है,
इसलिए  सभी  श्रमसंघों  को  इस  काविल हमें  बनाना  है |
ऐसे  सुविचारों  के  सब  में  विस्वास   ज़गाये  जाते  हैं ||
यह श्रमिक प्रशिक्षण केंद्र ......................................||6||

कोहरे के मौसम

कोहरे का मौसम आया है, हर तरफ अंधेरा छाया है। मेरे प्यारे साथी-2, हॉर्न बजा, यदि दिखे नहीं तो, धीरे जा।। कभी घना धुंध छा जाता है, कुछ भी तुझे...