Friday, June 10, 2011

आओ संकल्प करें !!!

गाँधी तेरे देश में ये कैसा राज आया है,
जालिमों ने आज फिर से खूब ज़ुल्म ढाया है |
आत्मा भी कांपती है उनकी दरिंदगी से,
तुमने जिनके हाथों में इस देश को थमाया है ||


राम श्याम नानक रहीम के इस देश में,
नेताओं के वेशधारी राक्षसों कि माया है |
रक्षकों ने मज़लूमों पर चाबुक चलाया देखो,
जालियां वाले बाग़ का इतिहास दोहराया है ||

भारत माँ के धन को लूट दुनियाँ में छुपाया है,
वापस लाओ बोला तो हर चोर बौखलाया है |
महिलाओं और बच्चों पर भी तरस नहीं आया देखो,
मनमोहन ने कंस जैसा कृत्य कर दिखाया है ||

रिश्वतखोरी भ्रष्टाचार खूब क़हर ढाया है,
आज फिर से भारत माँ ने हम सबको पुकारा है |
सच्ची आज़ादी कि ख़ातिर सच्चे देश भक्त बनो,

आओ मिल संकल्प करें देश को बचाना है ||

3 comments:

मनोज कुमार said...

सही संदेश देती रचना।

prakash said...

बहुत सुन्दर रचना के लिए बहुत बहुत बधाई अशोक जी

Ashok Sharma said...

aap sabhi ka bahut bahut shukriya.

कोहरे के मौसम

कोहरे का मौसम आया है, हर तरफ अंधेरा छाया है। मेरे प्यारे साथी-2, हॉर्न बजा, यदि दिखे नहीं तो, धीरे जा।। कभी घना धुंध छा जाता है, कुछ भी तुझे...