कृपा कर दो है भगवान,
हरो सब संकट कृपानिधान।।
राह नही है इस विपदा से,
राह नही है इस विपदा से,
बचने की आसान।
मौत से डरा हरेक इंसान,
मौत से डरा हरेक इंसान,
हरो सब संकट कृपानिधान।।
एक अज्ञात विषाणु के भय से,
एक अज्ञात विषाणु के भय से,
जीवन है बेज़ान।
घरों में कैद हुआ इंसान,
घरों में कैद हुआ इंसान,
हरो सब संकट कृपानिधान।।
मानवता का दमन हो रहा,
मानवता का दमन हो रहा,
धरा बनी श्मशान।
करो हर मन का खौफ निदान,
करो हर मन का खौफ निदान,
हरो सब संकट कृपानिधान।।
बे-ज़ुबान पशुओं को बम से,
बे-ज़ुबान पशुओं को बम से,
उड़ा रहे हैवान।
रक्षक बनकर आ जाओ हे छाया पुत्र महान,
रक्षक बनकर आ जाओ हे छाया पुत्र महान,
हरो सब संकट कृपानिधान।।
-अशोक शर्मा
1 comment:
अति सुंदर
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