Thursday, November 12, 2015

एक दिया

एक दिया हो ज्ञान रूप
मन मंदिर को रोशन कर दे।

एक दिया हो सघन साधना
साधु सदृश जीवन कर दे।।

एक दिया सुन्दर इतना हो
जग-उपवन जगमग कर दे।

एक दिया हो प्रेम रूप
जन-जीवन प्रेमपूर्ण कर दे।।

एक दिया जो याद मिटाये
नफरत को ओझल कर दे।

एक दिया हो मदद रूप
दुर्बल मन में ताकत भर दे।।

एक दिया सीमा पर खप गये
वीरों को अर्पण कर दे।

एक दिया उस आशा का
दुनियाँ के क्लेश शांत कर दे।।

एक दिया हिम्मत वाला
मन का विश्वास प्रबल कर दे।

एक दिया भूली बिसरी
अच्छी यादें ताज़ा कर दे।।

एक दिया दुनियाँ से तिमिर का
जड़ सह सर्वनाश कर दे।

एक दिया उज्जवल अखंड
भारत की सेवा का गुण दे।।

एक दिया इस 'दीपोत्सव'
मेरे संकल्प अटल कर दे।

सत्कर्मों की राह चलूँ
मन में इतना साहस भर दे।

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